जीवन और चीजों के बारे में एक शब्द


           

 

ओवर तथा के ऊपर

            हन्ना बंजर थी। उसने परमेश्वर से एक बच्चा माँगा और उसका शमूएल नाम का एक पुत्र हुआ। हन्ना ने वह बच्चा यहोवा को दिया, और यहोवा ने उसे और पांच बच्चे दिए।

      एक आदमी था जो लंगड़ा था और मंदिर के द्वार पर बैठकर भीख मांग रहा था। पतरस और यूहन्ना चल रहे थे और उस व्यक्ति ने उन से भीख मांगी। उनके पास कोई पैसा नहीं था, लेकिन उन्होंने उस आदमी को यीशु के नाम पर चंगा करके उससे अधिक दिया, जितना उसने मांगा था।

      हमारा परमेश्वर बहुतायत का परमेश्वर है। हम जितना मांगते हैं, उससे अधिक वह हमें देना पसंद करता है। कई बार हम कम के लिए समझौता करेंगे। हम अपने आप से कई बार कहते हैं कि यह काफी अच्छा है। हम कहते हैं कि यह सरकार के लिए काफी अच्छा है और यह हमारे लिए काफी अच्छा है। हमारा परमेश्वर "काफी अच्छा" का परमेश्वर नहीं है। हमारा परमेश्वर वैसा नहीं सोचता जैसा हम करते हैं। वह जो कुछ भी करता है, उसमें उसने हमेशा पर्याप्त से अधिक किया है। जब उसने तारे बनाए तो उसने उससे कहीं अधिक बनाया, जितना हम गिन सकते हैं। जब उसने पेड़ बनाए तो उसने पेड़ों की हजारों प्रजातियां बनाईं। हमारा परमेश्वर हमें आशीष देना चाहता है, लेकिन साथ ही हमें ढेर सारी आशीषें भी देना चाहता है। हमारा परमेश्वर जो कुछ भी हम माँगते या सोचते हैं, उससे कहीं बढ़कर करना चाहता है।


      नया राजा जेम्स संस्करण
इफिसियों 3:20 जो हम में काम करने की सामर्थ के अनुसार, जो कुछ हम मांगते या सोचते हैं, उससे कहीं बढ़कर जो बहुत अधिक करने में समर्थ है,

      नया राजा जेम्स संस्करण
1 शमूएल 1:11 तब उसने मन्नत मानी, और कहा, हे सेनाओं के यहोवा, यदि तू सचमुच अपनी दासी के दु:ख पर दृष्टि करके मेरी सुधि ले, और अपनी दासी को न भूले, वरन अपनी दासी को एक बालक दे, तब मैं उसको उसके जीवन भर यहोवा को देता रहूंगा, और उसके सिर पर छुरा कभी न गिरने पाएगा।”

1 शमूएल 1:20 इसलिथे हन्ना गर्भवती हुई और उसके एक पुत्र उत्पन्न हुआ, और उसका नाम शमूएल यह कहकर रखा, कि मैं ने उस से यहोवा से मांगा है।

      नया राजा जेम्स संस्करण
1 शमूएल 2:21 और यहोवा ने हन्ना की सुधि ली, और वह गर्भवती हुई, और उसके तीन बेटे और दो बेटियां उत्पन्न हुई। इस बीच शमूएल बालक यहोवा के साम्हने बड़ा हुआ।

      नया राजा जेम्स संस्करण
प्रेरितों के काम 3:1 पतरस और यूहन्ना प्रार्थना के नौवें घंटे में एक साथ मन्दिर में गए।
 2 और एक मनुष्य अपक्की माता के पेट से लंगड़ा उठा या, जिसे वे प्रतिदिन मन्दिर के उस फाटक पर जो सुन्दर कहलाते हैं, लिटा देते थे, कि मन्‍दिर में प्रवेश करनेवालोंसे भीख मांगे;
 3 उस ने पतरस और यूहन्ना को मन्दिर में जाने पर देखकर भिक्षा मांगी।
 4 तब पतरस ने यूहन्ना के साथ उस पर दृष्टि करके कहा, हमारी ओर देख।
 5 सो उस ने उन से कुछ पाने की बाट जोहते हुए उन पर ध्यान दिया।
 6 तब पतरस ने कहा, सोना चान्दी तो मेरे पास नहीं, परन्तु जो कुछ मेरे पास है वह तुझे देता हूं; नासरत के यीशु मसीह के नाम से उठ, और चल फिर।
 7 और उस ने उसका दहिना हाथ पकड़कर उठा लिया, और तुरन्त उसके पांवोंऔर टखनोंकी हड्डियोंमें बल आ गया।
 8 सो वह छलांग लगाकर खड़ा हुआ, और चल दिया, और उनके संग मन्‍दिर में आया, अर्थात चलता फिरता, और छलांग लगाता, और परमेश्वर की स्तुति करता था।